डेवा मूवी: क्या यह देखें? शॉर्ट रिव्यू और जरूरी बातें
अगर आप शहीद कपूर के फैन हैं तो 'देवा' आपके लिए दिलचस्प लग सकती है। फिल्म एक पुलिस अधिकारी की कहानी बताती है जो यादाश्त खोने के बाद अपने दोस्त की हत्या की जांच करता है। परफॉर्मेंस की वजह से फिल्म में कुछ पल असर छोड़ते हैं, लेकिन निर्देशन और स्क्रिप्ट में कमी दर्शकों को बांधे रखने में बाधा बनती है।
कहानी का सार
'देवा' का मूलपाठ सरल है: एक पुलिसवाला जिसका अतीत और पहचान उलझ जाती है, वह दोस्त की मौत की सच्चाई खोजने की कोशिश करता है। फिल्म का मूवमेंट मुख्यतः रहस्य और थ्रिलर पर टिकता है। शुरुआत में कहानी ध्यान खींचती है, कई जगह भावनात्मक टच मिलता है, लेकिन बीच में गति और तार जोड़ने का काम कमजोर पड़ता है।
कहानी में जो मजबूती दिखती है, वह प्रमुख किरदारों की जद्दोजहद और क्लाइमेक्स के कुछ दृश्यों से आती है। अगर आप साफ-सुथरी प्लॉट टुशन और सघन निर्देशन पसंद करते हैं, तो कुछ हिस्से शायद निराश करेंगे। लेकिन छोटे-छोटे ट्विस्ट और चरित्र संबंध दर्शकों का ध्यान खींच लेते हैं।
अभिनय, निर्देशन और खास पल
शहीद कपूर की एक्टिंग फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने अपने किरदार में ईमानदारी और जज़्बात दोनों दिखाए हैं। दूसरे कलाकारों का समर्थन ठीक-ठाक है, पर स्क्रीन पर शहीद की मौजूदगी ही बार-बार देखने लायक बनाती है।
निर्देशन के मामले में फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ आलोचकों ने कहा है कि निर्देशन में दृष्य और पात्रों के बीच तालमेल बेहतर हो सकता था। कई सीन ऐसे हैं जो क्लाइमेक्स तक ठीक-ठाक चलते हैं, पर कुछ हिस्से अनावश्यक लंबे लगते हैं। क्लाइमेक्स में कुछ प्रभावशाली पल हैं जो फिल्म को रिहाई का मौका देते हैं।
म्यूज़िक और बैकग्राउंड स्कोर सपोर्टिव हैं पर यादगार नहीं। एडिटिंग में कुछ तेज कट्स और कुछ सुस्त हिस्से दोनों दिखते हैं, जिससे कहानी की निरंतरता प्रभावित होती है।
तो क्या आप 'देवा' देखें? अगर आप थ्रिलर पसंद करते हैं और शहीद कपूर की एक्टिंग देखना चाहते हैं, तो फिल्म वर्थ वॉच है—खासकर थिएटर में देखने पर कुछ सीन बेहतर असर छोड़ते हैं। लेकिन अगर आप सख्त, बेदाग निर्देशन और दमदार स्क्रिप्ट की उम्मीद से जा रहे हैं तो फिल्म कभी-कभी औसत लग सकती है।
छोटी सलाह: टिकट लेने से पहले रिव्यू और क्लिप्स देख लें। अगर आप अभिनेता-केंद्रित फिल्में देखते हैं तो यह अनुभव अच्छा रहेगा; नहीं तो प्रतीक्षा कर सकते हैं जब यह किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आए।
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डेवा मूवी समीक्षा: थ्रिलर के रोमांच में खामियां भी
फिल्म 'डेवा' जिसे रोशन एंड्र्यूज़ ने निर्देशित किया है और जिसमें शाहिद कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई है, को उसकी धीमी गति और असंगतियों के बावजूद सकारात्मक समीक्षा मिली है। इसका कथानक और चरित्र विकास दर्शकों को जोड़ने में सक्षम हैं। फिल्म का दारुण स्वरूप और शाहिद का अभिनय इसे खास बनाते हैं, हालांकि कुछ दृश्य खींचे हुए और अप्रत्याशित हैं।
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