रामोजी राव के जीवन का सफर
रामोजी राव का जन्म भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनका असली नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। वे बचपन से ही मेहनती और महत्वाकांक्षी थे। जीवन में अपने सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने कठिन परिश्रम किया और सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचे। राव ने अपने जीवनकाल में अनेक क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया, विशेष रूप से मीडिया और फिल्म उद्योग में।
रामोजी फिल्म सिटी का निर्माण
रामोजी राव ने 1991 में रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की। यह फिल्म सिटी न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा इसे दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म उत्पादन केंद्र माना गया है। इस फिल्म सिटी में भारत की लगभग सभी भाषाओं में फिल्मों का निर्माण होता है। यहां पर 'बाहुबली' जैसी बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का भी निर्माण हुआ है।
संपादक गिल्ड के अध्यक्ष
रामोजी राव मीडिया क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। वे 'इनाड़ु' अखबार के संस्थापक थे, जिसे 1974 में स्थापित किया गया था। इनाड़ु ने तेलुगु अखबार जगत में एक नया इतिहास रचा और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार बन गया। राष्ट्रीय स्तर पर भी उनके कार्यों को सराहा गया। वे संपादक गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी रहे।
उद्योगिक विविधता
रामोजी राव का व्यवसायिक जीवन भी अत्यधिक विविधतापूर्ण था। उन्होंने मार्गदर्शी चिट फंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ़ होटेल्स, कलांजली शॉपिंग मॉल और प्रिया अचार जैसी विभिन्न उद्योगों में अपनी पहचान बनाई। उनके नेतृत्व में इन व्यवसायों ने बड़ा मुनाफा कमाया और लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए।
पुरस्कार और सम्मान
रामोजी राव को उनके अतुलनीय योगदान के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 2016 में उन्हें प्रतिष्ठित 'पद्म विभूषण' से नवाजा गया। यह पुरस्कार भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसके अलावा, वे कई अन्य संस्थानों द्वारा भी सम्मानित किए गए।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की संवेदनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रामोजी राव के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने उन्हें एक दूरदर्शी व्यक्ति बताया, जिन्होंने भारतीय मीडिया उद्योग में क्रांति ला दी थी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने एक मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के दिग्गज खो दिया है।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
रामोजी राव के निधन पर तेलंगाना सरकार ने उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के इस फैसले ने उनके प्रति सम्मान और आदर को और बढ़ा दिया है।
रामोजी राव की विरासत
रामोजी राव अपने पीछे एक अमूल्य विरासत छोड़ गए हैं। मीडिया, फिल्म और व्यवसायिक क्षेत्रों में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी मेहनत और संकल्प से आने वाली पीढ़ियां प्रेरित होती रहेंगी।
एक टिप्पणी लिखें
आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *