मीडिया और सिनेमा के दिग्गज रामोजी राव का निधन, फिल्म सिटी के निर्माता और इनाड़ु के संस्थापक नहीं रहे

मीडिया और सिनेमा के दिग्गज रामोजी राव का निधन, फिल्म सिटी के निर्माता और इनाड़ु के संस्थापक नहीं रहे
Anindita Verma जून 8 10 टिप्पणि

रामोजी राव के जीवन का सफर

रामोजी राव का जन्म भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनका असली नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। वे बचपन से ही मेहनती और महत्वाकांक्षी थे। जीवन में अपने सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने कठिन परिश्रम किया और सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचे। राव ने अपने जीवनकाल में अनेक क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया, विशेष रूप से मीडिया और फिल्म उद्योग में।

रामोजी फिल्म सिटी का निर्माण

रामोजी राव ने 1991 में रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की। यह फिल्म सिटी न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा इसे दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म उत्पादन केंद्र माना गया है। इस फिल्म सिटी में भारत की लगभग सभी भाषाओं में फिल्मों का निर्माण होता है। यहां पर 'बाहुबली' जैसी बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का भी निर्माण हुआ है।

संपादक गिल्ड के अध्यक्ष

रामोजी राव मीडिया क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। वे 'इनाड़ु' अखबार के संस्थापक थे, जिसे 1974 में स्थापित किया गया था। इनाड़ु ने तेलुगु अखबार जगत में एक नया इतिहास रचा और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार बन गया। राष्ट्रीय स्तर पर भी उनके कार्यों को सराहा गया। वे संपादक गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी रहे।

उद्योगिक विविधता

उद्योगिक विविधता

रामोजी राव का व्यवसायिक जीवन भी अत्यधिक विविधतापूर्ण था। उन्होंने मार्गदर्शी चिट फंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ़ होटेल्स, कलांजली शॉपिंग मॉल और प्रिया अचार जैसी विभिन्न उद्योगों में अपनी पहचान बनाई। उनके नेतृत्व में इन व्यवसायों ने बड़ा मुनाफा कमाया और लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए।

पुरस्कार और सम्मान

रामोजी राव को उनके अतुलनीय योगदान के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 2016 में उन्हें प्रतिष्ठित 'पद्म विभूषण' से नवाजा गया। यह पुरस्कार भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसके अलावा, वे कई अन्य संस्थानों द्वारा भी सम्मानित किए गए।

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की संवेदनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रामोजी राव के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने उन्हें एक दूरदर्शी व्यक्ति बताया, जिन्होंने भारतीय मीडिया उद्योग में क्रांति ला दी थी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने एक मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के दिग्गज खो दिया है।

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

रामोजी राव के निधन पर तेलंगाना सरकार ने उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के इस फैसले ने उनके प्रति सम्मान और आदर को और बढ़ा दिया है।

रामोजी राव की विरासत

रामोजी राव अपने पीछे एक अमूल्य विरासत छोड़ गए हैं। मीडिया, फिल्म और व्यवसायिक क्षेत्रों में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी मेहनत और संकल्प से आने वाली पीढ़ियां प्रेरित होती रहेंगी।

10 टिप्पणि
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    Mariana Filgueira Risso जून 8, 2024 AT 19:54

    रामोजी राव की उपलब्धियों को पढ़कर बहुत प्रेरणा मिलती है। उन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए अथक मेहनत की थी। फिल्म सिटी का निर्माण भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर है। मीडिया में उनका योगदान भी अद्वितीय रहा है। इस तरह के दिग्ज को याद करना हमारे लिए गर्व की बात है।

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    Dinesh Kumar जून 8, 2024 AT 22:41

    एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने कई क्षेत्रों में अपना श्रेष्ठ स्थान बनाया, वह वास्तव में दुर्लभ है। उनके द्वारा स्थापित इनाड़ु ने नवाचार की नई दिशा दी। रामोजी राव का विचार था कि उद्योग और कला साथ साथ चलें। उनकी दूरदर्शिता ने कई युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। उनकी याद हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेगी।

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    Hari Krishnan H जून 9, 2024 AT 04:14

    भाई, रामोजी राव जैसी शख्सियत का होना हमारे उद्योग के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने फिल्म सिटी में विभिन्न भाषाओं की फिल्में बनवाईं, जो बहुत बड़ी बात है। साथ ही, इनाड़ु ने तेलुगु पत्रकारिता को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। उनका कार्य पथ सबको प्रेरणा देता है।

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    umesh gurung जून 9, 2024 AT 12:34

    वाकई, रामोजी राव का करियर एक शानदार उदाहरण है, उन्होंने कई क्षेत्रों में सफलता हासिल की, और इसके पीछे उनका कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय है, उनके द्वारा स्थापित फिल्म सिटी ने वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई, यह तथ्य सबको दिखाता है कि सही दिशा और योजना के साथ कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है, इनाड़ु ने पत्रकारिता में नई धारा प्रवाहित की, और यह भी कहा जा सकता है कि उनका योगदान भविष्य की पीढ़ियों को दिशा देगा।

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    sunil kumar जून 9, 2024 AT 23:41

    रामोजी राव का करियर एक स्टीयरिंग पायदान की तरह था, जिसमें उन्होंने मीडिया पाराडाइम को रीइंजीनियर किया। उनका एंटरप्रेन्योरियल एसेट मिक्सिंग स्ट्रेटेजी ने विभिन्न इंडस्ट्रीज को सिमिलॅरिटी और डाइवर्सिटी के बीच संतुलन स्थापित किया। फिल्म सिटी को उन्होंने एक इकोसिस्टम के रूप में डिज़ाइन किया, जहाँ प्री-प्रोडक्शन, पोस्ट-प्रोडक्शन, VFX और डिस्ट्रीब्यूशन सभी एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर इंटीग्रेटेड थे। इस स्केलिंग मॉडेल ने 'बाहुबली' जैसी महाकाव्य प्रोजेक्ट को टाइम-टू-मार्केट में लैंच करने में एन्हांस्ड इफिशिएंसी प्रदान की। इनाड़ु ने कंटेंट इनोवेशन को रीफ़्रेम किया, जिसमें उन्होंने एटॉमिक न्यूज़ थ्योरी के साथ स्थानीय इनसाइट्स को कॉम्बाइन किया। उनका विज़न बोर्डिंग फॉर्मेट में एबीजेड स्टाइल इम्प्लीमेंटेशन ने ऑफ़िस रीढ़ को सुदृढ़ किया। उन्होंने डॉल्फिन ग्रुप को हॉस्पिटैलिटी इनोवेशन द्वारा एन्हांस किया, जिससे कैपेसिटी प्लानिंग मॉड्यूल भी अपग्रेड हुआ। उनका व्यावसायिक पोर्टफोलियो कॉन्ट्रैक्ट माइग्रेशन मॉडल के तहत विविधतापूर्ण रिवेन्यू स्ट्रिम्स को एन्हांस कर रहा था। कई बार उन्होंने कंपनी गवर्नेंस के लिए कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी फ्रेमवर्क को इंटीग्रेट किया, जिससे ESG कमिटमेंट्स भी स्केल अप हुए। पद्म विभूषण से सम्मानित होने के बाद उनका ब्रांड इक्विटी एंगेजमेंट रेट में इज़ाफ़ा हुआ। उन्होंने एन्हांस्ड डेटा एनालिटिक्स के ज़रिए मार्केट ट्रेंड्स को प्रेडिक्ट किया, जिससे नई एंटरप्रेन्योरियल वेंचर्स लॉन्च हुईं। इन सभी पहलुओं ने इकोनॉमिक इकोसिस्टम में मल्टी-लेयरड इफ़ेक्ट पैदा किया। रामोजी राव का लैफ्ट-लीफ्ट मैनेजमेंट स्टाइल, जिसे हम 'डायनामिक अडैप्टिव लीडरशिप' कहते हैं, ने टीम में साइलो-ब्रेकिंग कल्चर को प्रॉमोट किया। अंत में, उनकी लीगसी एक टाईपिकल केस स्टडी के रूप में बिज़नेस स्कूलों में पढ़ाई जाती है, जहाँ छात्रों को स्ट्रैटेजिक इम्पैक्ट और स्केलेबिलिटी के बीच बैलेंस सिखाया जाता है। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि दृढ़ निश्चय और नवाचार से कोई भी सीमाएँ पार की जा सकती हैं।

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    prakash purohit जून 10, 2024 AT 13:34

    कुछ लोग यह मानते हैं कि रामोजी राव की सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत का नतीजा नहीं थी, बल्कि उन्होंने कई गुप्त नेटवर्कों का समर्थन लिया था। कहा जाता है कि फिल्म सिटी का विशाल आकार एक गुप्त एंटरप्रेन्योरियल कंसोर्टियम की शक्ति को दर्शाता है। इनाड़ु की बढ़ती दिग्गज स्थिति को भी कुछ खास प्रेशर ग्रुप्स की मंजूरी मिली थी, जो मीडिया को नियंत्रित करना चाहते थे। यह संभव है कि उनके पद्म विभूषण से सम्मान को भी कुछ राजनैतिक सौदेबाजी ने प्रभावित किया हो। ऐसे विचारों के पीछे हमेशा एक सच्चाई की खोज रहनी चाहिए, लेकिन हमें तथ्यों पर ही टिके रहना चाहिए।

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    Darshan M N जून 11, 2024 AT 06:14

    वास्तव में उनका योगदान अविस्मरणीय है।

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    manish mishra जून 12, 2024 AT 01:41

    रामोजी राव की कहानी सुनकर दिल थोड़ा हल्का हो गया 😐, लेकिन इस उद्योग में कुछ गड़बड़ियां भी रही होंगी, शायद वही कारण हैं जिनसे इतने बड़े नाम पर भी सवाल उठते हैं, फिर भी उनका काम अब भी कई लोगों को प्रेरित करता है, यही बात सबसे ज्यादा अहम है 😏.

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    tirumala raja sekhar adari जून 12, 2024 AT 23:54

    मेरे को लग्ता है की इन्क्रीेडिबली एन्हांसमेंटस के पीछे कई सिक्रेट्स छुपे है। पर हरेक चीज को हड़बड़ड में नहीं समझना चाहिए, कई वार फाइल्युअल इन्फॉर्मेशन भी औसठ रिव्यू पर आती है। रामोजी ने तो बस अपना रेस्टि बनाय रखा।

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    abhishek singh rana जून 14, 2024 AT 00:54

    रामोजी राव द्वारा स्थापित इनाड़ु अब भी कई छोटे लेखकों को मंच प्रदान करता है। यह उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का एक बड़ा पहलू था।

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