SCO बैठक: इस बार क्या मायने रखता है?

क्या SCO बैठक सिर्फ देशों की औपचारिक बैठक है? नहीं। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठकों में सुरक्षा से लेकर व्यापार और ऊर्जा तक के फैसले होते हैं जिनका असर सीधे हमारी राजनीति और अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। अगर आप जानना चाहते हैं कि अगली SCO बैठक में क्या उम्मीद रखें और भारत को कैसे असर होगा, तो यह पन्ना बिल्कुल आपके लिए है।

SCO बैठक में आमतौर पर रूसी-चीनी गठजोड़, मध्य एशिया की सुरक्षा, अफगानिस्तान की स्थिति, आतंकवाद-विरोधी सहयोग और ऊर्जा परियोजनाओं पर चर्चा होती है। कुछ सालों में सदस्य देशों ने आर्थिक कनेक्टिविटी, डिजिटल नीति और कोविड के बाद आर्थिक रिकवरी को भी प्रमुखता दी है। इसलिए सिर्फ शस्त्र-सुरक्षा ही नहीं, रोज़मर्रा की चीजें भी तय होती हैं।

भारत के लिए SCO बैठक का असली मतलब

भारत के लिए SCO बैठक का मतलब है नया राजनैतिक स्पेस और आर्थिक मौके। यहां भारत को रूसी-चीनी तालमेल के बीच संतुलन बनाना पड़ता है। क्या भारत सुरक्षा सहयोग बढ़ाएगा? क्या नई व्यापार पहल पर सहमति बनेगी? ये सवाल अक्सर उठते हैं। SCO में शामिल होने से भारत को ऊर्जा और कनेक्टिविटी परियोजनाओं में भागीदार मिलते हैं, पर साथ ही इसे अपनी विदेश नीति की प्राथमिकताएँ साफ़ रखनी पड़ती हैं।

एक और महत्वपूर्ण पहलू: अफगानिस्तान। SCO बैठकें अक्सर अफगान सुरक्षा और निकटवर्ती देशों में स्थिरता पर फैसले निकालती हैं। भारत की चिंता रहती है कि सीमाएँ सुरक्षित रहें और आतंकवादी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी बनी रहे।

क्या देखना चाहिए—प्रैक्टिकल संकेत

अगर आप SCO बैठक को फॉलो कर रहे हैं तो इन तीन बातों पर ध्यान दें: पहला, समाप्‍त बयान (joint communiqué) में क्या लिखा गया है — सुरक्षा और आर्थिक शब्दों में क्या प्राथमिकता मिली है। दूसरा, द्विपक्षीय मीटिंग्स: अक्सर समिट के दौरान अलग से सौदे होते हैं। तीसरा, घोषणाओं के बाद क्या तकनीकी समझौते होते हैं — फंडिंग, परियोजना शेड्यूल, या सैन्य अभ्यास।

समाचार देखते समय इन संकेतों से आपको पता चलेगा कि सिर्फ कागज़ पर कुछ नहीं हुआ या असल में ठोस कदम उठाए गए हैं।

क्या SCO बैठक आपके रोज़मर्रा पर असर डालेगी? सीधे तौर पर शायद नहीं हर दिन, लेकिन ऊर्जा की कीमतें, सीमा सुरक्षा के कदम और पड़ोसी देशों के साथ व्यापारिक फैसले आपके क्षेत्रीय माहौल को बदल सकते हैं। इसलिए पढ़ें, समझें और उन घोषणाओं पर नजर रखें जो आपके शहर या कारोबार को प्रभावित कर सकती हैं।

अगर आप चाहें तो हम SCO बैठक से जुड़ी ताज़ा खबरें और विश्लेषण यहाँ उपलब्ध कराते रहेंगे—बयान, समझौते और भारत के लिए महत्वपूर्ण निर्णयों की आसान भाषा में समीक्षा। क्या आप किसी ख़ास पहलू पर अपडेट चाहते हैं—सुरक्षा, व्यापार या अफगान मुद्दे? लिखिए, हम उसे प्राथमिकता देंगे।

SCO बैठक में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर झुकाव के चलते बयान पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार

SCO बैठक में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर झुकाव के चलते बयान पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार

Anindita Verma जून 27 0 टिप्पणि

किंगदाओ में हुई एससीओ बैठक में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतिम बयान पर हस्ताक्षर से इनकार कर दिया। इसका कारण था भारत विरोधी पक्षपात और पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र न किया जाना। यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान तनाव और आतंकवाद पर क्षेत्रीय विवादों को उजागर करता है।

और अधिक विस्तृत जानकारी