मूवी रिव्यू — फटाफट सार और ईमानदार राय

क्या किसी फिल्म देखने का मन है पर टाइम कम है? या आप पहले से जानना चाहते हैं कि फिल्म आपकी पसंद की है या नहीं? यह पेज उन्हीं सवालों के आसान जवाब देता है। यहां हम नई रिलीज़ और चर्चित फिल्मों की साफ-सुथरी समीक्षा देते हैं — कहानी, एक्टिंग, निर्देशन, और कुल मिलाकर क्या लेना चाहिए, सब कुछ संक्षेप में।

हमारी समीक्षा कैसे पढ़ें

हर रिव्यू में आप ये चार बातें फौरन देखेंगे: प्लॉट का छोटा सार (स्पॉयलर-वॉर्निंग के साथ), मुख्य कलाकारों का परफॉर्मेंस, तकनीकी बातें (डायरेक्शन, सिनेमेटोग्राफी, म्यूजिक) और हमारी रेटिंग। अगर आप स्पॉयलर नहीं चाहते, तो सिर्फ सार और रेटिंग पढ़ें। पूरा विश्लेषण चाहिये तो "पूरा रिव्यू" खोलें।

हम रेटिंग देते हैं ताकि आप जल्दी फैसला कर सकें: कहानी (0-5), एक्टिंग (0-5), एंटरटेनमेंट वैल्यू (0-5)। कुल मिलाकर 15 में से स्कोर दिखाई देगा और एक रेटिंग लाइन में संक्षेप होगा — जैसे "सिफारिश: देखें / सोच-समझकर देखें / बचे रहें"।

हाल की रिव्यू और क्या खास रही

कुछ ताज़ा रिव्यू का छोटा स्वाद यहां है: शाहिद कपूर की फिल्म 'देवा' (Deva/डेवा) पर हमने अभिनय की तारीफ की है लेकिन pacing और कुछ असंगतियों की तरफ भी इशारा किया है। यानी अगर आप शाहिद के फैन हैं और थ्रिलर पसंद करते हैं तो फिल्म में मिलने वाला ड्रामा और किरदार आपकी दिलचस्पी बढ़ा सकते हैं — पर कहानी में कुछ जगहों पर धीमा महसूस होगा।

नेटफ्लिक्स की बड़ी सीरीज़ 'स्क्विड गेम' का तीसरा सीज़न भी हमने टैग के तहत कवर किया — यह एक टीवी शो है पर उसकी कहानियों और ट्विस्ट्स पर वही तरह की ईमानदार चर्चा हमने रखी है जो फिल्मों के लिए करते हैं।

हम कोशिश करते हैं कि हर रिव्यू सीधे और काम का रहे: कितनी देर है, किस तरह का मूड चाहिए, बच्चों के साथ देखें या नहीं, और किस तरह के दर्शक ज्यादा आनंद लेंगे — ये सब बिंदु आप रिव्यू में पा सकते हैं।

अगर आप चाहते हैं कि हम किसी खास फिल्म की समीक्षा करें, तो कमेंट में बताइये या हमें सुझाइये। हम पढ़ते हैं और लोकप्रिय अनुरोधों को पहले कवर करने की कोशिश करते हैं।

अंत में, याद रखिए: रिव्यू हमारी निजी राय है — आपकी पसंद अलग हो सकती है। हमारी कोशिश यही है कि आप टिकट खरीदने से पहले थोड़ी स्पष्टता से फैसला कर सकें। शुभ फिल्मी टाइमिंग!

सारिपोधा शनिवारम मूवी रिव्यू: मनोरंजक पहला हाफ, धीमा दूसरा हाफ

सारिपोधा शनिवारम मूवी रिव्यू: मनोरंजक पहला हाफ, धीमा दूसरा हाफ

Anindita Verma अग॰ 30 0 टिप्पणि

सारिपोधा शनिवारम फिल्म के पहले हाफ में मनोरंजन कूट-कूट कर भरा हुआ है, जबकि दूसरा हाफ धीमा और थोड़ा कम रोचक है। जैक्स बिजॉय का बैकग्राउंड म्यूजिक बेहतरीन है, विशेषकर थिएटर के अच्छे साउंड में। फिल्म में नानी ने शानदार अभिनय किया है, लेकिन कुछ दृश्यों में भावनात्मक कमी महसूस हो सकती है।

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