भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: चौथे टेस्ट की शानदार कहानी
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की प्रदर्शन को नितीश रेड्डी की पहली अंतरराष्ट्रीय सेंचुरी ने मजबूत किया है। तीसरे दिन की शुरुआत भारतीय टीम के लिए तनावपूर्ण स्थिति से हुई, जहां टीम का स्कोर पिछड़ता दिख रहा था। लेकिन जब नितीश रेड्डी ने खिलंदड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए मैदानी शॉट्स और आक्रामक स्ट्रोक से अपनी सेंचुरी बनाई, तो पूरी भारतीय टीम के साथ-साथ दर्शकों के चेहरे पर भी मुस्कान देखने को मिली।
रेड्डी की पारी की खूबसूरती उनकी शैली और उनके रन बनाने की विधि में थी। 127 रनों की साझेदारी में उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर ऐसा बेहतरीन खेल दिखाया कि विरोधी टीम ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ खतरा महसूस होने लगा। यह साझेदारी भारतीय पारी का संजीवनी स्रोत बन गई, जिसमें रेड्डी ने एक अहम भूमिका निभाई। सुंदर का अर्द्धशतक और रेड्डी की बल्लेबाजी ने भारतीय टीम के लिए मजबूती पाई।
रेड्डी की बैटिंग का जादू
मोहम्मद सिराज की अनुपम फारवर्ड डिफेंस ने रेड्डी के 97 पर रहते हुए स्ट्राइक दिलाई और इसके बाद रेड्डी ने मिड-ऑन के ऊपर से बेहतरीन शॉट लगाकर अपनी सेंचुरी पूरी की। चौकों और छक्कों की मदद से रन बनाने में माहिर रेड्डी ने दर्शकों को फिल्म "बाहुबली" का जिक्र कर जश्न मनाया। इस मनोरंजक पारी ने यह संदेश दिया कि भारतीय टीम अब हार बचाने या शायद जीत की कोशिश कर भी सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह एक गहरी चुनौती बन गई है, क्योंकि भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने उन्हें न सिर्फ कड़ी टक्कर दी, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाया। तीसरे दिन का खेल खराब मौसम के चलते प्रभावित रहा, लेकिन उन 15 मिनटों का खेल, जिसमे सुंदर का विकेट गिरा और रेड्डी की सेंचुरी पूरी हुई, से चौथे दिन का मजा कई गुना बढ़ गया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए चुनौती
मैच का यह मोड़ ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए चुनौती उत्पन्न कर रहा है। चौथे दिन के खेल से पहले, भारतीय टीम के पास कुछ ही विकेट बचे थे, और केवल 116 रनों का ही घाटा था। इस स्थिति में रेड्डी की मारक क्षमता ने ऑस्ट्रेलियाई खेमे में खौफ पैदा कर दिया। यह उनके लिए जरूरी है कि वे जल्दी से जल्दी नतीजा निकालें।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की टीम को सामरिक तरीके से खेलना होगा क्योंकि वे एक ऐसी स्थिति में हैं जहां नतीजा उनके पक्ष में नहीं गया तो सीरीज पर असर पड़ सकता है। भारतीय टीम की रणनीति यह होगी कि मौकों का उपयोग करके ऑस्ट्रेलिया की जीत की आशाओं को रोकने का प्रयास किया जाए।
भारत की इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में खड़ा होने की क्षमता ने कई दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। यह देखना रोमांचक होगा कि आने वाले खेलों में यह प्रदर्शन कैसा रहता है। इस समय, नितीश रेड्डी की पारी भारतीय क्रिकेट विश्व में नयी उम्मीदों का संचार कर रही है, और भारतीय प्रशंसक इस स्पर्धा की आगे की कहानी को बड़ी आत्मीयता से देख रहे हैं।
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