दूसरा वनडे: मैच की चाल, अहम बातें और किस पर नजर रखें

जब सीरीज़ का दूसरा वनडे आता है तो मज़ा बढ़ जाता है। पहला मैच टीमों की कमजोरी और ताकत दिखा देता है, लेकिन दूसरा मैच अक्सर मुकाबले का रुख बदल देता है। जीत-हार के दबाव के साथ कप्तान, चयन और पिच पढ़ने की महत्ता बढ़ जाती है। अगर आपने पहला मैच देखा था तो दूसरे में आपको तुरंत कुछ बदलाव नज़र आएँगे — खिलाड़ियों की शिफ्ट, गेंदबाजी क्रम में बदलाव या विकेटकिपर की पोजिशनिंग।

दूसरा वनडे क्यों खास है?

सीरीज़ में दूसरा वनडे संतुलन बनाता है। 0-1 होने पर पिछली टीम दबाव में खेलती है और 1-0 होने पर आगे की टीम आत्मविश्वास के साथ खेलती है। यही वजह है कि कप्तान अक्सर रिस्क लेते दिखते हैं: जोखिम भरी बल्लेबाजी क्रम की फेरबदल, शुरुआती ओवरों में स्ट्राइक रोटेशन बदलना या पहले से अलग गेंदबाजी प्लान अपनाना। दर्शक के नजरिए से भी दूसरा मैच ज़्यादा रोमांचक होता है क्योंकि दोनों टीमें हाल की गलतियों को सुधारने की कोशिश करेंगी।

टीमों की रणनीति और खिलाड़ियों पर नजर

दूसरे वनडे में कुछ चीजें अक्सर दोहराई जाती हैं। अगर पहले मैच में टीम ने कम स्कोर बनाया तो दूसरे में वे बल्लेबाजी में अधिक आक्रामक दिखते हैं या विकेट के हिसाब से ऊपर के बल्लेबाज बदल देते हैं। वहीं, यदि बल्लेबाजी सफल रही तो मध्यम रोल पर नए बल्लेबाज जाकर स्कोर को और मजबूत करते हैं।

गेंदबाज़ी में कप्तान परिवर्तन करके नए संयोजन आजमाता है: पहले मैच में जो स्पिनर्स काम नहीं आए, उन्हें दूसरे में मौका मिल सकता है। बल्लेबाज़ों के हाथ से विकेट गिरने के तरीके देखकर कैचिंग और फील्डिंग प्लान बदला जाता है। खासकर पावरप्ले के दौरान कौन गेंदबाज़ी करेगा और किस तरह की लाइन ली जाएगी—यह ध्यान देने वाली चीज़ें हैं।

किस खिलाड़ी पर नजर रखें? तेज़ गेंदबाज़ जो शुरुआत में स्विंग दे सकें, बीच के ओवरों में स्पिनर्स जो रन रोकें और फिनिशर जो आख़िरी overs में दबदबा बनाए रखें। नए बल्लेबाज जो पहले मैच में फ्लॉप रहे, वे दूसरे मैच में वापसी कर सकते हैं—इसलिए नामों से ज़्यादा हालिया फॉर्म पर ध्यान दें।

पिच और मौसम का असर भी बड़ा होता है। अगर पहले मैच में सुबह नमी थी और शाम तक सूख गई थी, तो दूसरे में टीमें सुबह के समय तेज़ गेंदबाज़ों को प्राथमिकता दे सकती हैं। टॉस जीतने वाले कप्तान अक्सर पहले गेंदबाज़ी करना चुनते हैं जब पिच सुबह नमी दे रही हो।

दर्शक के लिए आसान टिप: मैच से पहले टीम घोषणाओं और पिच रिपोर्ट पर एक नजर रखें, पहले मैच के आंकड़े पढ़ें और सोशल मीडिया पर इधर-उधर के अपडेट देखें। इससे आपको पता चलता है कि कौन सा खिलाड़ी दबाव में अच्छा रहता है और कौन बदलाव के बाद भाग्य बदल सकता है।

दूसरा वनडे इसलिए दिलचस्प है क्योंकि यह सिर्फ एक और मैच नहीं—यह रणनीति, जिम्मेदारी और पलटवार का मैदान होता है। अगर आप सीरीज़ का असली खेल समझना चाहते हैं तो दूसरे मैच को ध्यान से देखें।

भारत बनाम इंग्लैंड दूसरा वनडे: बड़ाबटी स्टेडियम में विराट कोहली की वापसी से टीम चयन पर बड़ी चुनौती

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Anindita Verma फ़र॰ 9 0 टिप्पणि

भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे वनडे में विराट कोहली की वापसी ने प्लेइंग इलेवन के चयन को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। मैच कटक के बाराबती स्टेडियम में हो रहा है, जहां की पिच स्पिनरों को मददगार है। भारत ने पहला मैच जीतकर सीरीज में बढ़त बना ली है और अब दूसरा मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा करने की कोशिश करेगी। इंग्लैंड की टीम को जीवित रहने के लिए यह मैच जीतना बेहद जरूरी है।

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Anindita Verma अक्तू॰ 28 0 टिप्पणि

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दूसरे वनडे में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 76 रनों से हार का सामना किया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए इस मैच से श्रृंखला 1-1 से बराबर हो गई। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस मैच में वापसी की लेकिन टीम को हार से बचा नहीं पाईं। न्यूज़ीलैंड की कप्तानी सोफी डिवाइन ने की और टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया।

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