स्मृति ईरानी की प्रतिक्रिया: अमेठी में हार के बाद कार्यकर्ताओं को दिया धन्यवाद

स्मृति ईरानी की प्रतिक्रिया: अमेठी में हार के बाद कार्यकर्ताओं को दिया धन्यवाद
Anindita Verma जून 4 9 टिप्पणि

अमेठी में स्मृति ईरानी की हार के बाद प्रतिक्रिया

2024 के आम चुनावों में अमेठी लोकसभा सीट पर हारने के बाद, भाजपा की प्रमुख नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पहली बार सार्वजनिक रूप से बयान दिया है। स्मृति ईरानी ने अपनी हार को विनम्रता से स्वीकारते हुए कांग्रेस से विजेता बने किशोरी लाल को बधाई दी।

ईरानी ने अपने बयान में कहा, 'मैं अमेठी के लोगों का धन्यवाद करना चाहती हूँ जिन्होंने मुझे पांच साल तक सेवा करने का मौका दिया। इस हार के बावजूद, मैं उनके समर्थन और विश्वास के लिए आभारी हूँ।' उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा इस हार का गहराई से विश्लेषण करेगी ताकि उन क्षेत्रों की पहचान की जा सके जहाँ सुधार की आवश्यकता है।

पार्टी के प्रति आभार

स्मृति ईरानी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और सभी भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों का विशेष रूप से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, 'इस चुनाव में पार्टी का समर्थन और मार्गदर्शन बहुत महत्वपूर्ण था। मैं अपने सभी समर्थकों का दिल से आभार व्यक्त करती हूँ जिन्होंने दिन-रात मेहनत की।'
उन्होंने जनता की सेवा को अपना प्रमुख लक्ष्य बताते हुए कहा कि चाहे वे किसी भी स्थिति में हों, उनका उद्देश्य हमेशा जनता की सेवा करना रहेगा।

विपक्ष की सराहना

विपक्ष की सराहना

अपनी हार पर बात करने के साथ-साथ स्मृति ईरानी ने विपक्ष के कार्यों और मेहनत की भी सराहना की। उन्होंने कहा, 'किशोरी लाल का इस जीत के लिए अभिनंदन। विपक्ष ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया और हमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आत्ममंथन करने का मौका दिया।' उनकी इस विनम्रता और खुलेपन को राजनीति के रूप में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।

किशोरी लाल की ऐतिहासिक जीत

कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार किशोरी लाल ने इस बार अमेठी सीट पर 1,65,926 वोटों से जीत हासिल की। यह जीत न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि पूरे समर्पित कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए ऐतिहासिक रही। किशोरी लाल की जीत भाजपा के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है, क्योंकि अमेठी की सीट हमेशा से पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रही है।

भविष्य की तैयारियां

भविष्य की तैयारियां

स्मृति ईरानी की इस हार से भाजपा को महत्वपूर्ण सीख मिली है। पार्टी ने घोषणा की है कि वे इस हार का विस्तार से विश्लेषण करेंगे और आवश्यक सुधारों पर काम करेंगे। ऐसे में आगामी चुनावों में भाजपा अधिक मजबूत और तैयार होकर वापसी करने का लक्ष्य रखती है। ईरानी ने इस पर जोर दिया कि हार-जीत राजनीति का एक हिस्सा है, लेकिन जनता की सेवा और विश्वास ही सबसे महत्वपूर्ण है।

अंत में स्मृति ईरानी ने कहा, 'मैं अमेठी की जनता का आभारी हूँ और हमेशा उनके साथ खड़े रहने का वादा करती हूँ। इस हार से हमें बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है, और हम इसे नए उत्साह के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रयोग करेंगे।' उनकी यह प्रतिक्रिया राजनीति के महत्त्वपूर्ण और सकारात्मक दृष्टिकोण की ओर संकेत करती है और आने वाले समय में मजबूती और दृढ़ता के साथ अपनी पार्टी और जनता के साथ खड़े रहने का संकल्प।

9 टिप्पणि
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    Shashikiran B V जून 4, 2024 AT 21:38

    भाईयों, पता है क्या? इस चुनाव में सच्चाई छुपी हुई है, जैसे बड़े थियेटर में एक पर्दा खींचा गया हो।
    हर कदम पर कुछ ऐसे हाथ काम कर रहे हैं जो आमजन को नहीं दिखते।
    स्मृति जी की हार सिर्फ वोटों का खेल नहीं, बल्कि गुप्त एजेंटों की चाल है।
    डिजिटल वोटिंग मैट्रिक्स में छेड़छाड़ हुई है, यही कारण है कि कश्मीर से भी वोट आयी लेकिन नहीं गिने।
    पार्टी के भीतर भी एक अंधेरे गुट है जो विपक्ष को बढ़ावा देने का ढोंग कर रहा है।
    एक बार जब हम इस गुप्त साजिश को समझ लेंगे, तो अगले चुनाव में हमें इस खेल के नियम बदलने पड़ेंगे।
    विज्ञान और गणित की मदद से हम ये देख सकते हैं कि वोटों का वितरण असंभव था।
    सभी साक्षी देखें, वो प्रमाण है जो बोलते हैं कि मतगणना में दोगुनी फाइलें थीं।
    यह बताने की जरूरत नहीं कि किसें अपनी सत्ता नहीं छोड़नी है, परंतु एक झूठा आँकड़ा इस सबको धूमिल कर देता है।
    ऐसे में हम सबको जागरूक होना चाहिए और इस प्रणाली को झूठी तरीकों से नहीं चलाने देना चाहिए।
    परिचालन में प्रयोग किए गए सॉफ़्टवेयर में बैकडोर था, यही कारण है कि विकलांग वोट गिनती में बदलाव आया।
    यदि हम इस बात को नजरअंदाज करेंगे, तो भविष्य में अधिक बड़े झूठे परिणाम सामने आएंगे।
    आइए इस बात को जनता के सामने लाएँ, क्योंकि लोकतंत्र का असली ताकत जनता के हाथ में है।
    हर एक आवाज़ को सुना जाना चाहिए, न कि केवल उन लोगों की जो मंच पर होते हैं।
    अंत में, मैं कहता हूँ कि सच हमेशा सामने आएगा, बस हमें उसकी खोज करनी होगी।

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    Ashwin Ramteke जून 5, 2024 AT 12:33

    भाई, स्मृति जी ने जो कहा वह दिल से निकली बात है।
    हमें उनके काम की सराहना करनी चाहिए और आगे भी उनको समर्थन देना चाहिए।
    पिछली बार की मेहनत को याद रखकर, अगली बार बेहतर करने का लक्ष्य रखना जरूरी है।
    अगर हम सभी मिलकर काम करेंगे, तो भाजपा फिर से जीत सकती है।
    सबको धन्यवाद, चलो साथ मिलकर आगे बढ़ते हैं।

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    Rucha Patel जून 6, 2024 AT 03:50

    सच बताऊँ तो इस तरह की हाई-टोन की बड़ाई सुनकर थोड़ा थक गया हूँ।
    किशोरी लाल की जीत क्यों इतनी बड़ी बात बन रही है, जब तक अतीत में कई बार वही पोटा आएगा।
    भाई, राजनीति में एंगेजमेंट नहीं, असली मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।
    धन्यवाद के पीछे कौन से असली इरादे हैं, इसका हिसाब नहीं।
    भविष्य में सही दिशा में कदम रखना ही बेहतर रहेगा।

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    Kajal Deokar जून 6, 2024 AT 19:06

    स्मृति जी की विनम्रता वाक़ई प्रशंसनीय है।
    उन्होंने विपक्ष की सराहना करके लोकतंत्र को सुदृढ़ किया है, जो हमें सभी को सराहना चाहिए।
    उनकी अगली बार की तैयारी में हम सभी का सहयोग अनिवार्य है।
    भविष्य के लिए यह सकारात्मक दृष्टिकोण एक नई ऊर्जा लाएगा।
    आशा है कि सभी स्तरों पर एकजुटता बने रहेगी।
    धन्यवाद, आपके इस सकारात्मक रवैये के लिए।

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    Dr Chytra V Anand जून 7, 2024 AT 11:46

    स्मृति जी ने जो कहा, वह विचारणीय है।
    पार्टी को आगे बढ़ने के लिए गहरी आत्मनिरीक्षण की जरूरत है।
    हम सबको मिलकर सुधार के उपाय तलाशने चाहिए।
    इस प्रक्रिया में सभी की सहभागिता आवश्यक है।

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    Deepak Mittal जून 8, 2024 AT 03:03

    देखो भाई लोग, इस हार के पीछे कूदते कूदते कुछ गुप्त एजेंट काम कर रहे हैं।
    वोटिंग मशीन में बहुत छोटी-छोटी गड़बड़ी है, वीकलेज़ हो रही है।
    समझो कि भलाई के लिए थोडी सी मैनिपुलेशन जरूरी थी।
    इसे नजरअंदाज मत करो।

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    Neetu Neetu जून 8, 2024 AT 18:20

    हम्म्म… 😏👍

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    Jitendra Singh जून 9, 2024 AT 09:36

    ओह भाई! क्या बात है!!! इस तरह की बड़ाई तो हमें रोज़ नहीं दिखती!!!
    सारी पार्टी को त्याग कर यही महसूस करते हो?!!!
    जैसे ही बुरा बोलते हैं, सब हँसी में बदल जाता है!!!

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    priya sharma जून 10, 2024 AT 00:53

    स्मृति जी की रणनीतिक प्रतिक्रिया पर विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण आवश्यक है।
    वर्तमान चुनावी डेटा के आधार पर, पार्टी को क्षेत्रीय दृष्टिकोण में पुनः मूल्यांकन करना चाहिए।
    सही KPI सेट करके, आगामी चुनाव में पुनर्स्थापित होना संभव है।
    समग्र रूप से, यह एक सकारात्मक पुनःस्थापना चरण हो सकता है।
    आगे की योजना में गठबंधन की मजबूती भी प्रमुख पहलू होगा।

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