आईटी सेक्टर: करियर, स्किल्स और रोज़मर्रा के फैसले

आईटी सेक्टर में हैं? या इसमें जाना चाहते हैं? हर कदम पर विकल्प हैं—प्रोग्रामिंग, क्लाउड, डेटा, साइबर सिक्योरिटी या प्रोडक्ट मैनेजमेंट। सही दिशा और छोटे-छोटे फैसलों से आपका करियर तेज़ी से आगे बढ़ सकता है। नीचे जितनी भी सलाह दी गई है, उसे सीधे अपनाने लायक रखें।

नौकरी और स्किल्स: क्या सीखें और कैसे दिखाएं

सबसे पहले यह तय करें कि आप किस क्षेत्र में रुचि रखते हैं: बैकएंड (Python, Java, Go), फ्रंटएंड (JavaScript, React, Vue), मोबाइल (Kotlin/Swift), डेटा (SQL, Python, ML), या क्लाउड/DevOps (AWS/Azure/GCP, Docker, Kubernetes)।

कौन सी चीजें तुरंत काम आती हैं? छोटा प्रोजेक्ट बनाइए और उसे GitHub पर रखें, इससे इंटरव्यू में बोलने के लिए असली काम मिलता है। सर्टिफिकेशन लें—AWS Certified, Google Cloud, या Microsoft Azure—पर असली कौशल दिखाने के लिए प्रोजेक्ट जरूरी है।

रिज्यूमे में नंबर डालिए: "लैटेंसी 30% घटाई" या "5 फीचर्स 2 हफ्ते में डिलीवर की"—इसे पढ़कर रिक्रूटर समझता है कि आप प्रभाव डालते हैं। LinkedIn प्रोफाइल अपडेट रखें और कंसिस्टेंट पोस्ट करें—रोज़ एक छोटा पोस्ट आपके नेटवर्क को याद दिलाता है।

इंटरव्यू, सैलरी और करियर ग्रोथ

कोडिंग इंटरव्यू के लिए रोज़ अभ्यास करें—LeetCode या HackerRank से 4–6 सवाल हर हफ्ते। सिस्टम डिज़ाइन के लिए छोटे सिस्टम बनाकर बताइए कैसे स्केल करेंगे। सॉफ्ट स्किल्स मत भूलिए: टीम कम्युनिकेशन और प्रॉडक्ट समझ बराबर मायने रखते हैं।

सैलरी की बात करें तो फ्रेशर के लिए आमतौर पर 3–8 LPA रहते हैं (शहर और कंपनी पर निर्भर), मिड-लेवल में 8–20 LPA और सीनियर में 30 LPA+ संभव है। सैलरी बातचीत में मार्केट डेटा दिखाइए और अपनी हालिया उपलब्धियों को आधार बनाइए।

शहर चुनते समय Bengaluru, Hyderabad, Pune, Chennai, Gurgaon और Noida जैसे हब देखिए—यहाँ जॉब वैरायटी और नेटवर्किंग बेहतर मिलती है। पर रिमोट काम भी बढ़ रहा है; अगर क्वालिटी वर्क दे पाते हैं तो लोकेशन का कम असर होगा।

ऐसी छोटी-छोटी आदतें अपनाइए: रोज़ 30 मिनट नई टेक पढ़ना, साप्ताहिक छोटा प्रोजेक्ट, और महीने में एक नेटवर्क कॉल। ये आदतें साल भर में बड़ा फर्क दिखाती हैं।

आईटी बदलता रहता है—आज AI और क्लाउड पर जोर है। जो लोग बेसिक प्रोग्रामिंग के साथ क्लाउड और बेसिक सिक्योरिटी जानते हैं, वे अगले साल भी मांग में रहेंगे। एक-एक कदम योजनाबद्ध रखें और हर महीने अपनी प्रगति पर नजर डालें। यही सबसे अच्छा तरीका है टिके रहने का।

कर्नाटक: आईटी कर्मचारियों के लिए 14-घंटे की कार्य समय योजना पर विचार

कर्नाटक: आईटी कर्मचारियों के लिए 14-घंटे की कार्य समय योजना पर विचार

Anindita Verma जुल॰ 22 0 टिप्पणि

कर्नाटक सरकार आईटी सेक्टर में कार्य समय को 10 घंटों से बढ़ाकर 14 घंटे करने पर विचार कर रही है। इस प्रस्ताव ने आईटी कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं बढ़ाई हैं। आईटी/आईटीईएस कर्मचारी संघ (Kitu) ने इस बदलाव पर आपत्ति जताई है। नासकॉम ने 48 घंटे की कार्य सप्ताह की सीमा बरकरार रखने का समर्थन किया है।

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