जोश हेजलवुड की चोट से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को बड़ा झटका

जोश हेजलवुड की चोट से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को बड़ा झटका
Anindita Verma मार्च 16 13 टिप्पणि

जोश हेजलवुड की चोट और उसकी गंभीरता

ऑस्ट्रेलिया को तब एक बड़ा झटका लगा जब उसके प्रमुख तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को भारत के खिलाफ एडिलेड में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया। उनकी यह अनुपस्थिति ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है, खासकर तब जब टीम पहले ही श्रृंखला में 0-1 से पिछड़ रही है। हेजलवुड का चोट लगना उनके लिए कोई नई बात नहीं है, पिछले कुछ सालों में वे टेस्ट मैचों से कुछ बार बाहर हो चुके हैं।

हेजलवुड को बायीं तरफ खिंचाव के कारण मैच से बाहर किया गया। इस चोट के कारण उनका शानदार प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। पिछले दौरे में उन्होंने भारत को 36 रन पर आउट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ऐसे में उनकी अनुपस्थिति भारतीय बल्लेबाजी के लिए राहत की खबर का काम कर सकती है।

गेंदबाजी में बदलाव और रणनीतिक चुनौतियां

गेंदबाजी में बदलाव और रणनीतिक चुनौतियां

हेजलवुड के नाम वापस लेने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बिना टेस्ट अनुभव वाले शॉन एबॉट और ब्रेंडन डॉगेट को टीम में शामिल किया है। साथ ही, स्कॉट बोलैंड, जो कि पिछले एक साल में टेस्ट टीम से बाहर थे, अब उन्हें हेजलवुड की जगह अंतिम एकादश में शामिल किया जाने की संभावना है।

अभी तक टीम की धुरी रहे पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क के साथ मिलकर स्कॉट बोलैंड ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण का हिस्सा बनेंगे। हालांकि बोलैंड के पास पहले का अनुभव है, परंतु हेजलवुड जैसे अनुभवी खिलाड़ी की कमी टीम की रणनीति को कमजोर कर सकती है। यह देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया इस मुकाबले में कैसा प्रदर्शन करती है और हेजलवुड की अनुपस्थिति का कैसे सामना करती है।

ऑस्ट्रेलिया पहले टेस्ट में 295 रन की करारी हार झेल चुकी है और आगे के मैचों में यह महत्वपूर्ण होगा कि टीम किस तरह से खुद को संभालती है।

13 टिप्पणि
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    vishal jaiswal मार्च 16, 2025 AT 18:04

    जोश हेज़लवुड की टॉस के कारण ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग स्ट्रैटेजी पर गहरा असर पड़ेगा। बायेनमेंट जैसी क्लासिक क्विक बॉल में उनका फ्रीक्वेंसी और कंट्रोल महत्वपूर्ण रहता है। इस चोट से टीम को वैरिएशन बनाने में दिक्कत होगी, विशेषकर स्पिन‑बॉलर्स पर अतिरिक्त दबाव आएगा। नई फॉर्मेशन में एबॉट और डॉगेट को बैंडविथ में लाना समझदारी है, लेकिन उनका टेस्ट अनुभव सीमित है। स्कॉट बोलैंड का रिटर्न कुछ हद तक भरोसा बढ़ा सकता है, परन्तु वह भी हेज़लवुड की तरह टिकाऊ नहीं है। टीम को अभी अपनी डिप्थ फॉर बैट्समैन को भी सॉलिड बनाना होगा, क्योंकि बॉलिंग सपोर्ट कम हो रहा है। इस सिचुएशन में कैप्टन को वैरिकेबल प्लान्स पर फोकस करना चाहिए। इन फोकस्ड टैक्टिक्स से ही ऑस्ट्रेलिया इस डिफ़िसिट को कवर कर सकेगा।

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    Amit Bamzai मार्च 26, 2025 AT 00:17

    हेजलवुड की चोट ने वास्तव में टीम के बॉलिंग डायनामिक्स को रीसेट कर दिया है, और इस रिज़ल्ट को समझना आसान नहीं है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में बॉलर की निरंतरता अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है, इस बीच एबॉट और डॉगेट जैसे युवा बॉलर्स को मौका देना एक रणनीतिक कदम हो सकता है, लेकिन उनके सिम्पल बॉलिंग एक्शन अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिद्ध नहीं हुए हैं, स्कॉट बोलैंड की वापसी कुछ हद तक भरोसा दिला सकती है, फिर भी उनका फॉर्म और फिटनेस अभी भी सवालों के घेरे में है, ऑस्ट्रेलिया को अब बैटिंग लाइन‑अप को मजबूत करने की जरूरत है, क्योंकि जब बॉलिंग में गैप रहेगा तो बैटिंग पर अधिक दबाव पड़ेगा, इस कारण से पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क को अतिरिक्त रोल देना उचित होगा, उनके स्पिन विकल्प टीम को कंट्रोल देने में मदद करेंगे, इसके अलावा, फील्डिंग में सुधार भी आवश्यक है, क्योंकि एक बाउंड्री बचाने से भी मैच का मोड़ बदल सकता है, एक एकीकृत प्लान के तहत कोचिंग स्टाफ को बॉलर्स को विशेष मैन स्ट्रेंथ पर फोकस करना चाहिए, इससे बॉलर के इजनेरिंग में भी कमी आएगी, साथ ही मेडिकल टीम को भी पुनर्वास कार्यक्रम को तेज करना चाहिए, ताकि हेज़लवुड जल्द से जल्द फिट हो सकें, अंत में, दर्शकों को भी इस बाधा को समझते हुए टीम को सपोर्ट करना चाहिए, क्योंकि मनोबल भी जीत का एक अहम हिस्सा है।

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    ria hari अप्रैल 4, 2025 AT 07:30

    दोस्तों, हेज़लवुड की अनुपस्थिति में नए बॉलर्स को मौका देना एक सिखाने वाला मोमेंट है, उन्हें सही गाइडेंस और मैदान पर धैर्य मिलना चाहिए, कोर्ट में उनके फील्डिंग और लाइन भी देखी जा सकती है, जिससे भविष्य में वे लीडर बन सकते हैं।

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    Alok Kumar अप्रैल 13, 2025 AT 13:44

    ये लोग बस एबॉट को ही फेक रहे हैं, कोई सेंस नहीं।

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    Jubin Kizhakkayil Kumaran अप्रैल 22, 2025 AT 19:57

    ऑस्ट्रेलिया की कमजोरियों का फायदा उठाना ही हमारा फ़र्ज़ है, ये अस्थायी है लेकिन हमें जीतना ही है।

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    Ujala Sharma मई 2, 2025 AT 02:10

    बिल्कुल, क्योंकि टेस्ट में एक चोट से सारी रणनीति फेली हो जाती है, क्या मज़ाक है।

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    Vishnu Vijay मई 11, 2025 AT 08:24

    सबको बीच की बात समझनी चाहिए 😊 टीम का भरोसा बनाये रखना ज़रूरी है, नई राइडर्स को मौका देकर हमें आगे बढ़ना चाहिए 🙌

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    Divya Modi मई 20, 2025 AT 14:37

    हेजलवुड का लोड मैनेजमेंट बहुत जरूरी है 🏏
    अगर बॉलिंग यूनिट में स्पिन और फास्ट बॉल का संतुलन बना रहे तो ऑस्ट्रेलिया का बैक‑अप स्ट्रॉन्ग रहेगा 👍

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    ashish das मई 29, 2025 AT 20:50

    विचार किया जाए तो हेज़लवुड की अनुपस्थिति के बाद टीम को अपनी बॉलिंग पोर्टफोलियो में विविधता लाने की आवश्यकता स्पष्ट है, यह रणनीतिक रूप से उचित कदम है।

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    Nitin Agarwal जून 8, 2025 AT 03:04

    करिए टीम की बैटिंग को सुदृढ़।

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    Ayan Sarkar जून 17, 2025 AT 09:17

    संभव है कि इस चोट का कारण कुछ छुपे हुए इंटरेस्ट हों, ध्यान दें।

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    Amit Samant जून 26, 2025 AT 15:30

    उम्मीद है कि नवोदित बॉलर्स इस अवसर को अपनाकर टीम को नई ऊर्जा देंगे, और हम सभी मिलकर सकारात्मक परिणाम की ओर बढ़ेंगे।

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    tej pratap singh जुलाई 5, 2025 AT 21:44

    ऐसे महत्त्वपूर्ण समय में टीमें व्यंग्य नहीं बल्कि परिणाम चाहती हैं, इसलिए तुरंत कदम उठाएँ।

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