मुंबई इंडियंस की खोज: अश्वनी कुमार ने IPL डेब्यू पर बनाया रिकॉर्ड, टीम इंडिया की पेस बैटरी को नई उम्मीद

मुंबई इंडियंस की खोज: अश्वनी कुमार ने IPL डेब्यू पर बनाया रिकॉर्ड, टीम इंडिया की पेस बैटरी को नई उम्मीद
मान्या झा अप्रैल 21 0 टिप्पणि

अश्वनी कुमार: पंजाब से मुंबई तक, नई रफ्तार की कहानी

सोचिए, 23 साल का एक लड़का, जो पिछले साल तक सिर्फ नेट बॉलर था, अब आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए डेब्यू करता है और इतिहास रच देता है। अश्वनी कुमार का नाम अब हर क्रिकेट प्रेमी की जुबान पर है। पंजाब के इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 2025 के सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 24 रन देकर 4 विकेट झटक लिए, वो भी अपने पहले ही IPL मुकाबले में। इससे पहले किसी भी भारतीय गेंदबाज ने डेब्यू पर इतना कमाल का प्रदर्शन नहीं किया था।

ड्रेसिंग रूम में हर किसी की नजरें उनके आत्मविश्वास पर थीं—अजिंक्य रहाणे, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ियों को आउट करना किसी भी नवोदित गेंदबाज के बस की बात नहीं। खासकर जिस तरह से अश्वनी ने डेथ ओवर्स में अपनी लाइन और लेंथ बरकरार रखी, वो देखने लायक था। उनके एक्शन में इतनी सहजता है कि बल्लेबाज़ों को समझना मुश्किल हो जाता है कि अगली गेंद कहाँ गिरेगी।

IPL 2025 की नीलामी में अश्वनी कुमार पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई थी। मुंबई इंडियंस ने उन्हें महज 30 लाख रुपये में साइन किया था, पर अब ये सौदा बेमिसाल साबित हो रहा है। मुंबई की नजर हमेशा नए टैलेंट पर रहती है—यही वजह है कि जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या आज दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ी बन पाए।

बाएं हाथ के पेसर का भारतीय क्रिकेट में महत्व

बाएं हाथ के पेसर का भारतीय क्रिकेट में महत्व

भारतीय टीम को कितने सालों से एक भरोसेमंद बाएं हाथ का तेज गेंदबाज चाहिए था, जो डेथ ओवर्स में कमाल कर सके। अश्वनी कुमार उसी कमी को पूरा करने की तरफ बढ़ रहे हैं। उनकी बाउंसर और वाइड यॉर्कर ने विपक्षी टीमों को तंग कर रखा है। मुंबई इंडियंस के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे खुद मानते हैं—अश्वनी दबाव में शांत रहता है और अपनी ताकत को पहचानता है। यही वजह है कि उसने IPL में पहले ही मैच में खुद को साबित कर दिया।

घरेलू क्रिकेट के आंकड़े देखें तो अश्वनी कुमार ने पंजाब के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 2022 में डेब्यू किया था। चार मैचों में तीन विकेट लेकर उन्होंने पहली बार सुर्खियां बटोरीं। हां, डोमेस्टिक में उनका औसत (फर्स्ट क्लास में 57, लिस्ट-A में 52.66 और T20 में 51) अब तक बहुत खास नहीं रहा, लेकिन टैलेंट की पहचान सिर्फ आंकड़ों से नहीं होती। मुंबई जैसे फ्रेंचाइजी को टैलेंट तलाशने की आदत है और अश्वनी इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।

  • कोलकाता के खिलाफ डेब्यू पर 4/24: IPL इतिहास में भारतीय डेब्यू गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
  • डेथ ओवर्स में यॉर्कर और बाउंसर का प्रभावशाली इस्तेमाल
  • अजिंक्य रहाणे, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, मनीष पांडे जैसे बल्लेबाजों को आउट किया
  • मुंबई की युवा क्रिकेटरों को तराशने की परंपरा बनी उनकी ताकत

चर्चा ये भी है कि अश्वनी कुमार की तेज गेंदबाजी टीम इंडिया के भविष्य को नई दिशा दे सकती है। रोहित शर्मा जैसे कप्तान की निगरानी में रहकर और बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ गेंदबाजी करने का अनुभव, किसी भी युवा बॉलर के लिए सपनों जैसा है। अभी तो उनका IPL सफर शुरू ही हुआ है, लेकिन उनकी रफ्तार, स्विंग और टेम्परामेंट को देखकर क्रिकेट के जानकार उन्हें भारतीय टी20 और वन-डे टीम में देखने की उम्मीद करने लगे हैं।

अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या अश्वनी कुमार का यह शानदार डेब्यू लगातार प्रदर्शन में भी बदलता है और क्या वे सच में भारतीय टीम के लिए वो 'missing link' साबित होंगे, जिसकी सालों से तलाश थी।

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