Cincinnati Open 2025: सबालेन्का ने राडुकानु को 3 घंटे 9 मिनट की जंग में हराया, दो टाई-ब्रेक में बना फर्क

Cincinnati Open 2025: सबालेन्का ने राडुकानु को 3 घंटे 9 मिनट की जंग में हराया, दो टाई-ब्रेक में बना फर्क
Anindita Verma सित॰ 7 5 टिप्पणि

तीन सेट का थ्रिलर: सेंटर कोर्ट पर सांसें थाम देने वाली लड़ाई

तीन घंटे नौ मिनट तक मेसन, ओहायो के सेंटर कोर्ट पर नजरें जमी रहीं, और अंत में विश्व नंबर-1 आर्यना सबालेन्का ने एम्मा राडुकानु को 7-6(3), 4-6, 7-6(5) से हराकर अपना अभियान जिंदा रखा। यह जीत Cincinnati Open 2025 के तीसरे दौर में आई, जहां दोनों पूर्व यूएस ओपन चैंपियन ने हाई-ऑक्टेन टेनिस दिखाया। यही नहीं, सबालेन्का ने ब्रिटिश स्टार के खिलाफ अपना हेड-टू-हेड 3-0 कर लिया—यह ठीक उसी कहानी का नया अध्याय था, जो कुछ हफ्ते पहले विंबलडन 2025 में उनके 7-6(6), 6-4 की जीत से शुरू हुआ था।

पहला सेट बिना किसी ढिलाई के शुरू हुआ। सबालेन्का की पावर-बेसलाइन हिटिंग और राडुकानु की साफ-सुथरी रिटर्निंग, दोनों साथ-साथ चलती रहीं। रैलियां लंबी थीं, कोण तीखे थे, और दबाव में सर्विस होल्ड करना ही मिनी-बैटल बन गया। टाई-ब्रेक में सबालेन्का ने शुरुआती मिनी-ब्रेक हासिल कर 7-3 से बढ़त ली—यह उन पलों का नमूना था जब उनके बड़े शॉट्स बड़े प्वाइंट्स पर असर दिखाते हैं।

दूसरे सेट में कहानी पलटी। राडुकानु ने रिटर्न पोजिशन थोड़ी आगे लाई, बैकहैंड से दिशा बदलना तेज किया और रैलियों की लंबाई अपने हिसाब से रखी। स्कोर 4-4 तक आने के बाद उन्होंने एक निर्णायक खेल में मौका भुनाया और 6-4 से सेट अपने नाम किया। यह वही एम्मा थी, जो पिछले कुछ महीनों में अपनी मूवमेंट और शॉट-सेलेक्शन पर लगातार काम करती दिखी है।

तीसरा सेट असल परीक्षा था—कंडीशनिंग, नर्व्स और भरोसे की। यह 90 मिनट तक खिंचा, और हर गेम में छोटे-छोटे टैक्टिकल ट्वीक दिखाई दिए: सबालेन्का ने फोरहैंड क्रॉसकोर्ट से कोर्ट खोलना जारी रखा, तो राडुकानु ने डाउन-द-लाइन विंनर से उन्हें चौंकाया। कई ब्रेक प्वाइंट बचे, टेंपो ऊपर-नीचे हुआ, लेकिन कोई भी खिलाड़ी मैच को छोड़ने के मूड में नहीं दिखी। आखिरी टाई-ब्रेक में सबालेन्का का फर्स्ट-स्ट्राइक टेनिस और साहसिक शॉट-मेकिंग आगे निकला, और 7-5 के स्कोर ने फैसला सुनाया।

राडुकानु की उठान, सबालेन्का की स्थिरता और आगे की राह

मैच के बाद सबालेन्का ने खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह “उसे वापस आकर लड़ते देख खुश हैं” और भरोसा जताया कि राडुकानु “जल्द टॉप-10 में लौटेगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हर टूर्नामेंट में उसकी मूवमेंट, सर्व और मैचसेंस बेहतर दिखता है”—यह कमेंट उस रात की टैक्टिकल लड़ाई पर सटीक बैठता है, जहां एम्मा ने बड़े प्वाइंट्स पर सही शॉट चुने और दबाव झेला।

राडुकानु की यह प्रगति यूं ही नहीं आई। नए कोच फ्रांसिस्को रोग के साथ उनकी साझेदारी ने दूसरी छमाही में तेज असर दिखाया है। वॉशिंगटन में उनका सेमीफाइनल रन इसी बदलाव का संकेत था। यहां दूसरे दौर में ओल्गा दानिलोविच के खिलाफ उन्होंने सात एसे दागे और फर्स्ट-सर्व प्वाइंट्स का बड़ा हिस्सा जीता—सर्विस पर यह भरोसा सेंटर कोर्ट की भारी स्थिति में भी नजर आया।

सबालेन्का के लिए यह जीत सिर्फ स्कोरलाइन नहीं, बल्कि ट्यून-अप भी है। हार्ड कोर्ट सीजन के इस चरण में—जब न्यूयॉर्क कुछ ही हफ्ते दूर है—लंबे, नुकीले मुकाबले चैंपियन के ऑटोमैटिज्म को निखारते हैं: कौनसा प्ले बड़े प्वाइंट पर निकालना है, कब रिस्क लेना है, और कब रैली लंबी रखनी है। वह यहां अपने खिताब का बचाव कर रही हैं, और इस तरह के स्क्रैप-फेस्ट उनके आत्मविश्वास को भीतर तक मजबूती देते हैं।

तकनीकी नजर से देखें तो सबालेन्का का पॉवर-पैटर्न—भारी फोरहैंड से एंगल बनाना और अगली बॉल में ओपन कोर्ट पर वार—बार-बार कारगर रहा। उधर, राडुकानु ने रिद्म तोड़ने के लिए रिटर्न पर जल्दी स्टेप-इन किया, और बैकहैंड से दिशा बदली। मैच की बारीकियां यहीं तय हुईं: दबाव के वक़्त कौन पहले हिम्मत दिखाता है, और कौन सर्विस-प्लस-वन को साफ अंजाम तक पहुंचाता है।

हेड-टू-हेड अब 3-0 हो गया है, लेकिन स्कोरलाइन कहानी का आधा हिस्सा बताती है। उनके बीच हर बार मुकाबला कांटे का रहा है—विंबलडन 2025 में भी सेट नजदीकी थे और यहां दो-दो टाई-ब्रेक आए। यह पैटर्न बताता है कि राडुकानु, रैंकिंग 39 होने के बावजूद, सबसे ऊंची रफ्तार पर भी मुकाबला बराबरी का रख पा रही है। यही वजह है कि सबालेन्का का टॉप-10 वाला अनुमान अतिशयोक्ति नहीं लगता।

बड़ी तस्वीर में, सिनसिनाटी का यह WTA 1000 इवेंट नॉर्थ अमेरिकन स्विंग का सबसे अहम पड़ाव है—तेज हार्ड कोर्ट, उछाल जो पावर-हिटर को सूट करती है, और मौसम जो रात में बॉल की स्पीड बदल देता है। ऐसे में जो खिलाड़ी एडेप्टिव गेम के साथ उतरती है, वही आगे निकलती है। सबालेन्का ने यह परीक्षा पास की; राडुकानु ने साबित किया कि वह इसी रफ्तार पर आगे बढ़ रही है।

अगले दौर में सबालेन्का का इम्तहान खत्म नहीं होगा—थकान मैनेजमेंट, रिकवरी और शार्पनेस फिर कसौटी पर होगी। राडुकानु के लिए यह हार सीखों की पोटली है: बड़े प्वाइंट्स के माइक्रो-डेटेल्स, सर्व-प्लस-वन की कंसिस्टेंसी, और वही साहस जिसे उन्होंने कई बार दिखाया। न्यूयॉर्क करीब है, और आज की रात ने संकेत दे दिए हैं—दोनों के लिए कहानी अभी लंबी है।

5 टिप्पणि
  • img
    tej pratap singh सितंबर 7, 2025 AT 18:55

    साबलेन्का की जीत में शैडो बैड्स का हाथ है, समझो।

  • img
    Chandra Deep सितंबर 17, 2025 AT 10:55

    बधाई सबालेन्का को उसकी जीत पर वह फॉर्म में है और मुकाबले में धीरज भी दिखाती है। वह युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।

  • img
    Mihir Choudhary सितंबर 27, 2025 AT 02:55

    वाह! क्या ड्रामा था, तीन घंटे में दो टाई‑ब्रेक और एक अटलबाजी! सबालेन्का ने फिर से दिखा दिया कि वह कड़ी मेहनत में विश्वास रखती है 😊
    राडुकानु भी काबिल‑ए‑तारीफ़ रही, लेकिन अंत में जीत सबालेन्का की हुई।

  • img
    Tusar Nath Mohapatra अक्तूबर 6, 2025 AT 18:55

    उफ़, एक और टाई‑ब्रेक और फिर साल का अंत? मज़ा आ गया, लगता है जीत भी अब टाई‑ब्रेक पर निर्भर हो गई है 😏 लेकिन असली खिलाड़ी अभी भी सबालेन्का है, शाबाश!

  • img
    Ramalingam Sadasivam Pillai अक्तूबर 16, 2025 AT 10:55

    खेल का असली अर्थ तब है जब दोनों खिलाड़ी अपनी सीमाओं को चुनौती देते हैं। सबालेन्का ने शक्ति का सिद्धान्त दिखाया, जबकि राडुकानु ने लचीलापन। यह संतुलन ही खेल को सुंदर बनाता है।

एक टिप्पणी लिखें

आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

*