Mission Shakti क्या है? सब समझिए एक ही जगह
जब भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISRO) ने 2019 में Mission Shakti लॉन्च किया, तो यह सिर्फ एक रॉकेट नहीं था – यह एक बड़ा संदेश था। इसका मुख्य काम था एंटी‑मीटरॉइड तकनीक की जाँच करना, यानी अंतरिक्ष में आने वाले खतरनाक वस्तुओं को नष्ट या बदल देना।
आप सोच रहे होंगे, एंटी‑मीटरॉइड क्या है? आसान शब्दों में, जब कोई उल्का या छोटे रॉकेट बिखरते हैं, तो वो पृथ्वी के माहौल में प्रवेश करते हैं। अगर वो बड़े या तेज़ हों, तो बम जैसी चोट कर सकते हैं। Mission Shेटी ने ऐसे खतरों को पहचान कर, उन पर नियंत्रण पाने की कोशिश की।
कैसे काम करता है Mission Shakti?
ISRO ने एक छोटा सैटेलाइट रॉकेट (PSLV) से एक माइक्रो‑सेटेलाइट फायर किया। फिर वह सेटेलाइट एक छोटे‑से‑बॉम्ब जैसा काम करता है, जिससे वह लक्ष्य वस्तु के पास जाकर उसे नष्ट या मोड़ देता है। इस प्रक्रिया को "हिट‑एंड‑रन" कहा जाता है। परीक्षण सफल हुआ, इसका मतलब है कि भारत अब अंतरिक्ष में खुद को सुरक्षित करने की ताकत रखता है।
इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा ये है कि हमें पूरी तरह से नई रॉकेट बनाने की ज़रूरत नहीं है। मौजूदा सैटेलाइट और रॉकेट को थोड़ा बदल कर हम एंटी‑मीटरॉइड सिस्टम बना सकते हैं। इससे खर्च कम होता है और जल्दी से लागू किया जा सकता है।
भविष्य में Mission Shakti के क्या प्रयोग हो सकते हैं?
अब जब पहला टेस्ट पास हो गया, तो अगली बार बड़े‑बड़े उल्कापिंड या दुश्मन के मिसाइल को रोकने के लिए इस तकनीक को अपनाया जा सकता है। साथ ही, अंतरिक्ष में बढ़ते सैटेलाइट ट्रैफ़िक को नियंत्रित करने के लिए भी इसका इस्तेमाल हो सकता है।
अगर भारत इस दिशा में आगे बढ़ता रहा, तो हमें अंतरिक्ष में खुद की सुरक्षा का भरोसा मिलेगा। साथ ही, इस तकनीक को एक्सपोर्ट करके अन्य देशों को भी मदद मिल सकती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में एक नया मोड़ आएगा।
तो, Mission Shakti सिर्फ एक टेस्ट नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा की नई सोच है। अगर आप इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं या इस पर हल्का‑फुल्का ज्ञान चाहते हैं, तो इस तकनीक को समझना आपका पहला कदम होना चाहिए।

Mission Shakti 5.0: उत्तर प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये बाइक्स रैली शुरू
उत्तर प्रदेश सरकार ने 21 सितंबर को Mission Shakti 5.0 के तहत सभी जिलों में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिये बाइक्स रैली शुरू की। वाराणसी की रैली को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने फ्लैग ऑफ किया और प्रत्येक घर में महिला पावर सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। साथ ही शरदिय नवरात्रि के दौरान मंदिरों में भी ये सेंटर चालू रहेंगे। नोएडा, संत कबीर नगर, बलरामपुर आदि में समान कार्यक्रम आयोजित हुए।
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