भारतीय मौसम विज्ञान विभाग: मौसम की भविष्यवाणी, प्राकृतिक आपदाएँ और देश की रोज़मर्रा की ज़िंदगी
जब आप सुनते हैं कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, भारत सरकार का आधिकारिक एजेंसी जो मौसम, जलवायु और प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी करती है. यह देश की हर चीज़ को प्रभावित करता है — खेती, यातायात, बिजली की आपूर्ति, यहाँ तक कि शादियों और त्योहारों की तारीख भी। ये लोग आपके फोन पर आने वाली अलर्ट का जिम्मेदार हैं, जब डार्जिलिंग में लैंडस्लाइड हो रहा हो या गुवाहाटी में बारिश बंद होने वाली हो।
यह विभाग सिर्फ बारिश की भविष्यवाणी नहीं करता, बल्कि बाढ़, मानसून के बाद नदियों के बढ़ने से होने वाली विनाशकारी घटना को भी ट्रैक करता है। जब डार्जिलिंग में 20 मरने वाले लैंडस्लाइड हुए, तो यही विभाग था जिसने भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। वैसे ही, धूप और बारिश, खेती के लिए जिंदगी और मौत का फैसला करने वाले दो तत्व — ये दोनों उसकी रिपोर्ट्स में दिखते हैं। जब चांदी की कीमत बढ़ रही हो या सोना नया रिकॉर्ड बना रहा हो, तो उसके पीछे भी अक्सर मौसम का हाथ होता है — खानों का बंद होना, बारिश के कारण ढलानों पर खनन रुक जाना।
आपके लिए ये सब सिर्फ खबर नहीं है। ये आपके रोज़ के फैसलों का हिस्सा हैं। क्या आप करवा चौथ का व्रत रखेंगे? क्या आपका बच्चा विश्व कप के मैच के लिए बाहर जाएगा? क्या आप आज चांदी खरीदेंगे? भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट्स इन सबके जवाब देती हैं। यहाँ आपको उन खबरों का संग्रह मिलेगा जहाँ मौसम ने इतिहास बदल दिया — बांग्लादेश के खिलाफ मैच रुका, लैंडस्लाइड में जानें गए, या फिर सोने की कीमत ने नया रिकॉर्ड बनाया। ये सब उसी एक विभाग की भविष्यवाणी से जुड़े हैं। आप जिस दिन बारिश के बाद बाहर निकल रहे हैं, उस दिन भी यही विभाग आपके लिए फैसला कर रहा है।
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साइक्लोन मोंथा के प्रभाव से बिहार के 9 जिलों में पीली चेतावनी, भारी बारिश का खतरा। चहथ पूजा के तैयारी के दौरान यह मौसम असामान्य चुनौती बन गया है।
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