मलावी के उपराष्ट्रपति सॉलस चिलिमा की विमान दुर्घटना में हुई मृत्यु: 9 अन्य यात्रियों के साथ

मलावी के उपराष्ट्रपति सॉलस चिलिमा की विमान दुर्घटना में हुई मृत्यु: 9 अन्य यात्रियों के साथ
Anindita Verma जून 12 0 टिप्पणि

मलावी के उपराष्ट्रपति सॉलस चिलिमा की दुःखद मृत्यु

मलावी के उपराष्ट्रपति सॉलस चिलिमा की सोमवार को एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई जिसमें उनके साथ नौ अन्य यात्री भी शामिल थे। यह खबर पूरे देश को स्तब्ध कर देने वाली थी। राष्ट्रपति लाज़ेरस चक्वेरा ने इस दुखद समाचार की पुष्टि एक भावपूर्ण सम्बोधन में की, जिसमें उन्होंने चिलिमा को एक अच्छा व्यक्ति, समर्पित पिता और पति, और देशप्रेमी नागरिक बताया।

विमान के मार्ग में बाधाएँ

विमान म्जुजु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खराब दृश्यता के कारण लैंडिंग करने में असफल रहा। वायु यातायात नियंत्रण ने विमान को लैंडिंग के लिए निर्देश दिए थे लेकिन जल्द ही संपर्क टूट गया। इसके बाद विमान का मलबा उत्तरी मलावी के चीकांगवा जंगल में पाया गया। मलबा पूरी तरह नष्ट हो चुका था, और सभी यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि की गई।

मलावी रक्षा बल का बचाव अभियान

मलावी रक्षा बल ने ड्रोन और 200 से अधिक सैनिकों को विमान की खोज के लिए तैनात किया, लेकिन खराब मौसम की वजह से बचाव कार्यों में विलंब हुआ। मलबा मिलने और मृतकों की पहचान होने तक पूरे देश में चिंता और उदासी छाई रही।

राष्ट्रपति चक्वेरा का सम्बोधन

राष्ट्रपति चक्वेरा ने इस घटना पर गहरा दुःख जाहिर किया और कहा कि चिलिमा की मृत्यु न केवल उनके परिवार और सहयोगियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने चिलिमा को अपना उपराष्ट्रपति और सलाहकार मानने पर गर्व महसूस किया। चिलिमा ने 2014 से 2019 तक पूर्व राष्ट्रपति पीटर मुथारिका के साथ उपराष्ट्रपति के रूप में सेवा की थी और फिर 2020 में दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण की थी।

राष्ट्रीय शोक

मलावी सरकार ने इस घटना के बाद 11 जून से 21 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की, जिसमें चिलिमा और अन्य अधिकारियों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया जाएगा। मंगलवार शाम को मृतकों के अवशेष राजधानी में पहुँचे और राष्ट्रपति चक्वेरा द्वारा प्राप्त किए गए।

चिलिमा का करियर

सॉलस चिलिमा एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री थे और उन्होंने पूर्व में एयरटेल मलावी का नेतृत्व किया था, जिससे वे ऐसा करने वाले पहले मलावीवासी बने थे। वे अपने पीछे अपनी पत्नी मैरी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मलावी की जनता और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। चिलिमा की मृत्यु ने पूरे मलावी को शोक में डाल दिया है, और उनकी सेवाओं को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। यह त्रासदी पूरे मलावी के लिए एक कठिन समय है, लेकिन देश उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद रखकर आगे बढ़ने का प्रयास करेगा।

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