लोकसभा चुनाव 2024: चरण 6 के अपडेट और महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

लोकसभा चुनाव 2024: चरण 6 के अपडेट और महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
Anindita Verma मई 25 13 टिप्पणि

लोकसभा चुनाव 2024: चरण 6 के अपडेट

भारत में 2024 के लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान 25 मई को हुआ, जिसमें छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 संसदीय सीटों पर वोट डाले गए। इस चरण में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर की सीटें शामिल थीं। खास कर दिल्ली में सभी सात सीटों पर मतदान हुआ और पश्चिम बंगाल के जंगाल महल क्षेत्र में भी चुनाव हुआ।

चरण 6 का विस्तृत विवरण

चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे संपन्न हुआ। इस चरण में कुल 11.13 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए योग्य थे। निर्वाचन आयोग ने लगभग 1.14 लाख मतदान केंद्रों पर 11.4 लाख चुनाव कर्मियों की नियुक्ति की थी। कुल 889 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।

कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (संबलपुर), राव इंदरजीत सिंह (गुरुग्राम), और कृष्ण पाल गुर्जर (फरीदाबाद) शामिल थे। भाजपा की मनेका गांधी (सुल्तानपुर), संबित पात्रा (पुरी), मनोहर लाल खट्टर (करनाल), मनोज तिवारी (उत्तर पूर्व दिल्ली), अभिजीत गांगोपाध्याय (तमलुक), और बंसुरी स्वराज (नई दिल्ली) भी मैदान में थे। इसके अलावा, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (अनंतनाग-राजौरी) और दीपेंद्र सिंह हुड्डा (रोहतक) भी प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल थे।

प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र और चुनावी मैदान

प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र और चुनावी मैदान

चरण 6 के चुनाव में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, डुमरियागंज, आजमगढ़, और जौनपुर में उच्चस्तरीय मुकाबले थे। हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, सिरसा, कुरुक्षेत्र, और रोहतक में भी मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल के तमलुक, कांठी, मेदिनीपुर, और बिशनपुर में भी मतदाता जुड़ गए थे। बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, और सिवान सीटों पर भी कड़ा मुकाबला देखने को मिला। इसके साथ ही, दिल्ली के चांदनी चौक, उत्तर पूर्व दिल्ली, नई दिल्ली, और दक्षिण दिल्ली में भी वोटिंग हुई।

ओडिशा के संबलपुर, पुरी, कटक, और भुवनेश्वर, झारखंड के रांची और जमशेदपुर, और जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी में भी जनता ने अपने प्रतिनिधियों का चयन किया।

सुरक्षा व्यवस्था और पोलिंग अधिकारियों की तैनाती

निर्वाचन आयोग ने सुरक्षा की दृष्टि से 20 विशेष ट्रेनों का प्रबंध किया था ताकि सुरक्षा कर्मियों को विभिन्न मतदान केंद्रों तक पहुँचाया जा सके। 184 पर्यवेक्षकों के साथ 2,222 फ्लाइंग स्क्वाड्स, 2295 स्थैतिक निगरानी टीमों, 819 वीडियो निगरानी टीमों, और 569 वीडियो व्यूइंग टीमों को भी तैनात किया गया था। अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमा चौकियों पर शराब, ड्रग्स, नकदी और उपहारों के अवैध प्रवाह को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी गई थी।

चरण मतदान प्रतिशत
पहला चरण 66.71%
दूसरा चरण 65.68%
तीसरा चरण 69.16%
चौथा चरण 62.2%
मौसम और यातायात व्यवस्था

मौसम और यातायात व्यवस्था

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 25 मई के लिए 'पीला' अलर्ट जारी किया था, जिसमें अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस की भविष्यवाणी की गई थी। एक हिट वेव की भविष्यवाणी नहीं की गई थी।

समाप्ति और परिणाम घोषणा

लोकसभा चुनाव 2024 का अंतिम चरण 1 जून को संपन्न होगा, जिसमें 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। परिणामों की घोषणा 4 जून को की जाएगी। चुनाव आयोग ने इस बार चुनाव प्रक्रिया को बहुत ही पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की कोशिश की है।

इस बार का चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख नेता शामिल हैं। इस चुनाव का परिणाम न केवल भारत की आने वाली राजनीति पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर भी छाप छोड़ेगा। सभी पार्टियों ने जनता के सामने अपनी बेहतर प्रस्तुति देने का प्रयास किया है, अब देखना यह है कि जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।

13 टिप्पणि
  • img
    Sam Sandeep मई 25, 2024 AT 20:43

    सर्वेक्षणीय डेटा दर्शाता है कि चरण‑६ में मतदान प्रतिशत मौजूदा लोकतांत्रिक मानकों के विरुद्ध अनिवार्य असंतुलन को प्रतिबिंबित करता है। इस तथ्य को देखते हुए नैतिक दायित्व उत्पन्न होता है कि सभी नागरिकों को मतदान के सिद्धांतिक दायित्व को साकार करना चाहिए।

  • img
    Ajinkya Chavan जून 4, 2024 AT 04:36

    भाईयो अऊ बहनों, इधर देखो! झांके नहीं, ऊँचा आत्मविश्वास लेके आगे बधो, हमसबको मिलके इस चुनाव को जीतना है। कभियों कभियों ग़लतियों से सीखना पड़ता है, पर हम हार नहीं मानते।

  • img
    Ashwin Ramteke जून 13, 2024 AT 12:30

    सभी को नमस्ते, चरण‑६ में मतदान प्रक्रिया काफी सुगम रही, लेकिन कुछ क्षेत्रों में मतदान केंद्रों तक पहुँच में दिक्कतें आईं। अगर भविष्य में बेहतर योजना बनायी जाये तो और भी अधिक भागीदारी हो सकती है।

  • img
    Rucha Patel जून 22, 2024 AT 20:23

    वास्तव में, चुनावी व्यवस्था में छिपे हुए असमानताएँ नज़रअंदाज़ नहीं की जा सकतीं। मतदान प्रतिशत को देखते हुए यह स्पष्ट है कि कई वोटर अभी भी प्रक्रिया से विमुख हैं, और यह सामाजिक बेमेल की निशानी है।

  • img
    Kajal Deokar जुलाई 2, 2024 AT 04:16

    निरंतर बदलते राजनीतिक परिदृश्य में चरण‑६ का आयोजन एक महत्वपूर्ण चरण के रूप में उभरा है।
    इस चरण में मतदान प्रतिशत ने दर्शाया कि जनसामान्य की भागीदारी में उल्लेखनीय उछाल आया है।
    विशेष रूप से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ सीटों में मतदाता उत्साह ने इतिहास रची।
    चुनाव आयोग द्वारा स्थापित सुरक्षा व्यवस्था ने शांति एवं सुव्यवस्था को सुनिश्चित किया।
    सातों प्रमुख राज्यों में मतदाताओं ने धूप-तापमान के बावजूद अपने दायित्व का निर्वाह किया।
    इस दौरान पंछी की तरह तेज़ी से जानकारी संकलित करने वाले डेटा‑एनालिस्ट्स ने वास्तविक‑समय में परिणामों की पूर्वानुमान प्रदान की।
    कई क्षेत्रों में युवा शक्ति ने नई ऊर्जा के साथ मतदान किया, जो भविष्य के लोकतंत्र के लिए आशा का स्रोत है।
    साथ ही, महिलाओं की उच्च mobilization ने सामाजिक समावेशन के सिद्धांत को मजबूत किया।
    चुनावी मशीनों की सुगमता ने प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया और संभावित विवादों को न्यूनतम किया।
    हमारे राज्य में जलवायू परिवर्तन के कारण उच्च तापमान की चुनौतियों के बावजूद मतदान स्थल व्यवस्थित रहे।
    यह तथ्य दर्शाता है कि जनता में राष्ट्रीय चेतना और जिम्मेदारी की भावना दृढ़ है।
    बहुपक्षीय रणनीति के तहत विभिन्न पार्टियां अपने-अपने अभिप्रायों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत कर रही हैं।
    यह प्रतिस्पर्धा न केवल नीति‑निर्माण में विविधता लाएगी, बल्कि जनसंतुष्टि को भी बढ़ावा देगी।
    अंततः, परिणामों का प्रकाशन ४ जून को होने से पहले कई विश्लेषक पूर्वानुमान करेंगे।
    इस संदर्भ में, राजनीतिक विज्ञान के छात्रों को इस चुनाव को केस‑स्टडी के रूप में अध्ययन करने का उत्तम अवसर मिलेगा।
    हमें आशा है कि आगामी चरण भी समान उत्साह और सहभागिता के साथ समाप्त होंगे, जिससे भारतीय लोकतंत्र का प्रकाश और तेज़ हो।

  • img
    Dr Chytra V Anand जुलाई 11, 2024 AT 12:10

    सही कहा, लेकिन क्या इस चरण में मतपत्र वितरण में कोई तकनीकी glitches रिपोर्ट हुए थे? यदि हाँ, तो उस पर विस्तृत विश्लेषण उपलब्ध है? इस संदर्भ में ऐतिहासिक डेटा से तुलना करना उपयोगी रहेगा।

  • img
    Deepak Mittal जुलाई 20, 2024 AT 20:03

    देखो, इस चुनाव में कई अज्ञात एजेंटों की हेरफेर स्पष्ट है। विशेष ट्रेनें और सुरक्षा टिंडरिंग सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि चुनावी परिणाम को मोड़ने की बड़ी योजना का हिस्सा है। आधे सच्चे आंकड़े हमें बताते हैं कि कुछ बड़े कार्पोरेट समूह भी इस प्रक्रिया में पीछे से घुसे हुए हैं।

  • img
    Neetu Neetu जुलाई 30, 2024 AT 03:56

    वाह, फिर से वही पुरानी राजनीति 🙄

  • img
    Jitendra Singh अगस्त 8, 2024 AT 11:50

    अरे! क्या बात है, इस चरण में मतदान प्रतिशत फिर भी 60% के आसपास ही रह गया, बिल्कुल आश्चर्यजनक, नहीं?! क्या हमें यह समझना चाहिए कि जनता ने फिर से अपनी शक्ति का प्रयोग नहीं किया?!! यह तो बिल्कुल भी नहीं, यह सब तो बस एक मूर्खतम अनुमान है, जो कभी सही नहीं हो सकता!!

  • img
    priya sharma अगस्त 17, 2024 AT 19:43

    प्रकाशित डेटा के अनुसार, चरण‑६ में कुल मतदान प्रतिशत 66.71% से थोड़ा ऊपर रहा, जो पिछले चरणों की तुलना में स्थिरता दर्शाता है। सुरक्षा उपायों में वीडियो निगरानी टीमों की संख्या बढ़ाने से चुनावी पारदर्शिता में सुधार हुआ, जैसा कि उद्योग मानकों में स्थापित है। यह विश्लेषण नीति निर्माताओं को भविष्य में अधिक प्रभावी कार्यवाही करने में मदद करेगा।

  • img
    Ankit Maurya अगस्त 27, 2024 AT 03:36

    हमारा देश हमेशा से स्वतंत्र और संकल्पित रहा है, और इस चुनाव में वही राष्ट्रीय भावना पुनीत होनी चाहिए। प्रत्येक मतदान केंद्र पर हमारी सेना की दृढ़ उपस्थिति ने सुरक्षा को सर्वोपरि बनाया, जिससे कोई भी बाहरी हस्तक्षेप संभव नहीं रहा। ऐसे समय में हम सभी को अपने कर्तव्य का पालन करना अनिवार्य है, अन्यथा हम अपने संविधान की रक्षा करने में विफल रहेंगे।

  • img
    Sagar Monde सितंबर 5, 2024 AT 11:30

    यो कॉन्टेक्स्ट में दिखते है कइ बिंदु जातम प्रशन। मतदान के इफेक्ट काल में रिलेटेड एन्‍फॉर्मेशन सिस्‍टम् पर इम्पैक्ट क्योकि के बहुतेक सेंसर्स फेल होए। ऐसे में आगे की प्लानिंग में एन्हांसमेंट जरूरी।

  • img
    Sharavana Raghavan सितंबर 14, 2024 AT 19:23

    अरे भाई, तुम लोग सिवाय दिमाग के कुछ समझे बिना ही अपना मत दे रहे हो, क्या मज़ाक है! असली राजनीति में तो गहरी समझ चाहिए, नहीं तो बस एंट्रॉपी ही बढ़ेगी।

एक टिप्पणी लिखें

आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

*