
पंजाब किंग्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स: अंपायरिंग विवाद की नई कहानी
आईपीएल 2025 का सीजन तो वैसे ही हमेशा ही रोमांचक रहा है, लेकिन पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेले गए मैच में अंपायरिंग के विवाद ने मुकाबले का स्वाद ही बदल दिया। 15वें ओवर में पंजाब की बल्लेबाज़ी चल रही थी, बल्लेबाज़ शशांक सिंह ने दिल्ली के गेंदबाज मोहित शर्मा की गेंद पर दमदार शॉट जड़ा। बाउंड्री के पास खड़े करुण नायर ने कैच लपकने की कोशिश की और गेंद को पकड़ने के चक्कर में उनकी मददगार हरकतें कैमरे में कैद हो गईं। अजीब बात यह रही कि करुण नायर खुद ही दोनों हाथ ऊपर करके छक्का का इशारा करने लगे, लेकिन तीसरे अंपायर ने इसे केवल एक रन दिया।
मैदान में बैठे दर्शकों और टीवी पर मैच देख रहे फैंस दोनों इस फैसले पर हैरान रह गए। स्लो-मोशन में देखा जाए तो गेंद शायद बाउंड्री लाइन के पार चली गई थी। करुण नायर का इशारा भी इस ओर था। लेकिन तीसरे अंपायर ने वीडियो देख तय किया कि करुण नायर का पैर बाउंड्री को नहीं छू रहा था और गेंद सीधे लाइन के पार नहीं गई। इसी वजह से रन सिर्फ एक ही मिला और पंजाब किंग्स को अहम मौके पर 5 रन का नुकसान उठाना पड़ा। इसी दौरान टीम के टॉप-2 में पहुंचने की उम्मीदें भी कमजोर हुईं।
मालकिन प्रीति जिंटा हुईं नाराज, फैंस बोले- फैसलों में पारदर्शिता चाहिए
पंजाब किंग्स की सह-मालकिन प्रीति जिंटा ने फैसले के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ-साफ लिखा कि करुण नायर और बल्लेबाज़ दोनों ने माना कि वह शॉट पूरी तरह से छक्का था, तो तकनीकी गड़बड़ी इतना बड़ा नुकसान कैसे कर सकती है? हाई-प्रोफाइल टूर्नामेंट में ऐसी हिमाकतें किसी भी टीम को भारी पड़ सकती हैं। फैंस ने भी भरपूर गुस्सा निकाला, कोई अंपायरों की आलोचना करता दिखा, तो किसी ने तकनीक के आवरण पर सवाल उठा दिए।
मैच में वैसे तो दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर रहे फाफ डु प्लेसिस पर भी सबकी नजरें थीं, क्योंकि नियमित कप्तान अक्षर पटेल बीमार होकर बाहर थे। दिल्ली की टीम में करुण नायर के आलावा समीर रिज़वी जैसे युवा चेहरे भी शामिल थे जबकि पंजाब की ओर से शशांक सिंह और ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस बड़े मोर्चे पर दिखे। लेकिन पूरे खेल का केंद्र वही पल रहा, जब फील्ड पर इमानदारी और तकनीक के बीच का फर्क सबके सामने आ गया।
इस पूरी घटना ने न केवल आईपीएल की अंपायरिंग प्रणाली पर सवाल खड़े किए, बल्कि टीमों की शीर्ष रैंकिंग की दौड़ में भी बड़ा उलटफेर दिखाया। सोशल मीडिया और क्रिकेट जगत दोनों जगह इस मामले ने आक्रोश और बहस का नया आगाज कर दिया है। अगले मैचों में ऐसे फैसलों पर खास नजर रहेगी—आखिर खेल में विश्वास और निष्पक्षता दोनों ही सबसे बड़ी बात है।
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