चित्रा सरवारा: भाजपा के अनुभवी नेता अनिल विज के खिलाफ हरियाणा विधान सभा चुनावों में चुनौती

चित्रा सरवारा: भाजपा के अनुभवी नेता अनिल विज के खिलाफ हरियाणा विधान सभा चुनावों में चुनौती
मान्या झा अक्तू॰ 9 0 टिप्पणि

हरियाणा की राजनीति में चित्रा सरवारा का उदय

2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र चर्चाओं में हैं, जहां स्वतंत्र उम्मीदवार चित्रा सरवारा भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज के खिलाफ चुनावी मुकाबला कर रही हैं। यह क्षेत्र भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन इस बार की स्थिति कुछ और है। चित्रा की अनिल विज के खिलाफ बढ़त ने राजनीतिक विशेषज्ञों को भी हैरान कर रखा है। चुनाव में तीन घंटे की काउंटिंग के बाद चित्रा ने 717 वोटों से बढ़त बना ली थी।

चित्रा सरवारा कोई सामान्य उम्मीदवार नहीं हैं। वह पिछले में कांग्रेस के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी हैं। चित्रा ने कांग्रेस द्वारा टिकट न मिलने के बावजूद अपनी किस्मत आजमाते हुए विद्रोही के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उनके इस निर्णय के चलते कांग्रेस पार्टी से उन्हें छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके पहले, वे आम आदमी पार्टी से भी जुड़ी थीं, जहां उन्होंने हरियाणा राज्य उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। जनवरी 2024 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की, लेकिन अपनी स्वतंत्र उम्मीदवारी के चलते उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।

चित्रा सरवारा की राजनीतिक यात्रा

चित्रा सरवारा की राजनीतिक यात्रा की शुरूआत 2013 में हुई जब उन्होंने अंबाला कैंट से स्वतंत्र नगर निगम पार्षद के रूप में चुनाव जीता। उन्होंने मार्च 2015 में हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस में अपनी भूमिका निभाई, जहां उन्हें राज्य समन्वयक और प्रवक्ता बनाया गया। उन्होंने मई 2015 में एक प्रमुख महिला संगोष्ठी का आयोजन किया और 2016 में वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनीं। वे ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं।

उनकी वर्तमान चुनावी प्रतियोगिता ने केवल हरियाणवी राजनीति में ही नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने सफलतापूर्वक यह दिखाया है कि राजनीतिक क्षेत्र में परिवर्तन आवश्यक है और युवा नेतृत्व इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

चित्रा की स्वयं एवं उनके समर्थकों से अपेक्षाएं

चित्रा सरवारा के समर्थकों की नजरें उनके अगले कदम पर टिकी हैं। जनता को उम्मीद है कि वह अंबाला कैंट के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगी। उनके समर्थक का मानना है कि एक नई उम्मीद के साथ उभरे चित्रा का राजनीतिक सफर अधिक व्यापक और महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने वाला होगा। इस उम्मीद के साथ कि वे पुराने राजनीतिक धारणाओं को चुनौती देंगी और बदलाव का नया युग लाएंगी, उनके समर्थक उनके साथ जुड़ते जा रहे हैं।

उनकी रणनीति और निर्णयों का भविष्य में हरियाणवी राजनीति पर गहरा असर हो सकता है और संभवतः यह देश की राजनीति में भी एक नई दिशा तय करने में सहायक होगा। चित्रा सरवारा का चुनावी सफर युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन सकता है, जो अपने क्षेत्रों में बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं।

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